O Saathi Re Tere Bina Bhi Kya Jeena
[tusharrastogi] sings O Saathi Re Tere Bina by Kishore Kumar, what an incredible voice on StarMaker! StarMaker, 40,000,000+ music lovers are singing here! O Saathi Re Tere Bina Bhi Kya Jeena#hindi...
View Articleक़समें वादे प्यार वफ़ा सब
[tusharrastogi] sings kasme wade pyar wafa by Manna Dey, what an incredible voice on StarMaker! StarMaker, 40,000,000+ music lovers are singing here!...
View Articleहास्य-व्यंग्य अर्ज़ है
सिग्रेट, शराब, चरस, अफ़ीम, रमनशा ज़िंदगी में कभी नहीं था कमकुछ इस तरह 'निर्जन'निकला दमएक हाथ में लोटा दूसरे हाथ में बम#yqdidi #तुषाररस्तोगी #निर्जन #तमाशा_ए_ज़िंदगी #नशाखोरी #नशामुक्ति #व्यंग्य Follow...
View Articleशर अर्ज़ है
तुमसे लफ्ज़ों का नहीं 'निर्जन'रूहानी-रूमानी रिश्ता है मेरातुम तो तहलील हो सांसो मेंइबादत की ख़ुशबू की तरहतहलील - घुलना / dissolved#yqdidi#तुषाररस्तोगी#निर्जन#इश्क़#इबादत#तहलील#तमाशा_ए_जिंदगी Follow my...
View Articleअर्ज़ किया है
...ज़िक्र करते हैं तेरा इस कदर अलफाज़-ए-'निर्जन'दुनिया शायरी को मेरी जुनूँ-ए-इश्क़ कहती है आजZikr karte hain tera iss qadr alfaaz-e-'nirjan'Duniya shayari ko meri junu-e-ishq kehti hai aaj#yqdidi...
View Articleशेर अर्ज़ है ...
सुलझा हुआ सा...समझते हैं लोग मुझे!!!, उलझा हुआ सा!!! कोई दूसरा भी है मुझे मे...🙂🌹😘😍🥰⚘
View Articleनज़्म: चाहता हूँ मैं
चाहता हूँ मैं -------------------नज़रों के समंदर का ठिकाना चाहता हूँ मैं मुझे तुझ से मोहब्बत है बताना चाहता हूँ मैं //१अब ज़ाया लगती है हर मौसम की शादाबीतुझे अपनी सांसो में बसाना चाहता हूँ मैं //२ये...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल-------------------रौशन हुआ है आज अक्स माहताब काउतरा है मेरी रूह में जलवा शबाब का //१उसकी अदाएँ मेरी नज़रों में बस गईं आग़ाज़ था ये इश्क़ की पहली बहार का //२बेनूर हो गया था जो तूफ़ानी बयार में...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल......................................................................................ये दुनिया के लोगों से, क्यों आस लगाए रहता हूँ अपनी मर्ज़ी का मालिक, मैं रौब जमाए रहता हूँ...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल .....................................................................................................करते हैं इश्क़ मगर मेरा नाम नहीं लिख सकतेवो कौन हैं मेरे ये सर-ए-आम नहीं लिख सकते...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल -----------------------------------------------------------------------शब-ए-हिज्र तो किसी तौर गुज़र जाएगी रात गहरी है तेरी याद बहुत आएगी...
View Articleवो भी क्या दिन थे
एक पुराना क़िस्सा याद आ गया। ये मेरे स्कूल के दिनों की बात है। दिल वाले दुलहनिया ले जाएँगे रिलीज़ हुई थी। लड़के काजोल पर उन दिनों जान छिड़कते थे। हम भी उन में से एक थे। हाॅस्टल में रहा करते थे। अब...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल नौ-उम्र जज़्बात हैं जबीन-ए-पाक में बाला-तर जज़्बात हैं दिल-ए-बेबाक मेंफ़लक से देख क्यों बरस रहा है लहू?खूँ रोता है, क्या वहाँ अफ़्लाक में?आह! वस्ल-ए-यार किस सूरत करूँ?उम्र हो रही है ज़ाया इन...
View Articleग़ज़ल हो गई - तंज़-ओ-मज़ा
मुशायरा इक जोड़ा ग़ज़ल हो गईपेलम पेला निगोड़ा ग़ज़ल हो गई काहिल-ओ-जाहिल दिखें क़ाबिलकिताब ख़ुद ही छपाए ग़ज़ल हो गईकलजुग का खोता बन गया शायर रेंका ढेंचू-ढेंचू और ग़ज़ल हो गईलफ़्ज़ों को लपेटा जहाँ से...
View Articleग़ज़ल
Pen - Pilot Animal Series Fine PointInk - Sulekha Turquoise Blueपेश-ए-ख़िदमत है मेरी एक संजीदा कोशिश। उम्मीद कर रहा हूँ आप सभी को पसंद आएगी। ग़लतियों के लिए मा'ज़रत। आप के तब्सिरा का इंतिज़ार...
View Articleग़ज़ल - श्रद्धान्जलि
ये ग़ज़ल उन दो चमत्कारी किरदारों के नाम जो अपने जाने के बाद एक बहुत बड़ा ख़ालीपन इस दुनिया में छोड़ गए जिसे भर पाना नामुमकिन है। मरहूम अज़ीम अदाकार ॠषि कपूर और इरफ़ान ख़ान को हम सब अपनी यादों में...
View Articleतालाबंदी की मधुशाला
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View Articleमाँ का दिन
कौन सी चीज़ है जो यहाँनहीं मिलती,सब कुछ मिलता है लेकिनमाँ नहीं मिलती,माँ ऐसी होती है दोस्तों जोज़िन्दगी में फ़िर नहीं मिलती,ख़ुश रखा करो उस माँ कोफ़िर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती...अम्मी जान का दिन...
View Articleग़ज़ल
ग़ज़ल------होगी कब ख़त्म वबा* अब ये सवाल अच्छा हैइक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१*महामारी--------सभी के चेहरों पे इज़हार न हाल अच्छा हैइक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //२--------हनूज़*...
View ArticleGhalib Ke Sher | Aashar-e-Ghalib | Mirza Ghalib Poetry | Mirza Asadullah...
Mohabbat meñ nahīñ hai farq jiine aur marne kā Usī ko dekh kar jiite haiñ jis kāfir pe dam nikle मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले...
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