फ़क़त शुक्रिया
यह कविता मेरे उन मित्रों और मेरे अपनों को समर्पित है जिन्होंने मुझे प्रोत्साहन दिया, प्रेरणा दी, मेरी लेखनी को मान दिया, मुझे सम्मान दिया और मेरी रचनाओं को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। यह कविता मेरा...
View Articleइमोशनल फूल
कुछ अपने हुए नामाकूलटॉक्स हैं इनकी जैसे शूलमाइंड में मतलब की चूलअक्ल से हैं ये बैल से लूल करें प्यार का टैक्स वसूलभाड़ में जाएँ नियम उसूल अपनेपन की बात फ़िज़ूलअपने अपनों को देते हूल पराये अब लगते जो कूल...
View Articleहर लम्हा याद मैं करता हूँ
बस यूँ ही बैठा-बैठा, अबमाज़ी को याद मैं, करता हूँ गुज़रे दिनों की, यादों से मैं आज भी, बातें करता हूँ पुराने घर का, हर किस्सायाद, आज फिर आता है हिस्सा, एक उम्र का गुज़रा जो अब ना, भूलने पाता है फाटक का,...
View Articleसार्थक अर्थ
प्यार,किसी ने पुछा मुझसे, क्या है प्यार?, किसे कहते हैं इश्क़? क्या यह अच्छा है, या फिर, क्या यह बुरा है?क्या यह ग़ज़ब का है, या फिर, क्या यह ख़राब है?सच कहूँ तो, मालूम मुझे भी नही हैइसका क्या जवाब दूं,...
View Articleतेरा इश्क़
तेरा इश्क़, कमल का फूल है,कोमल है, मगर अटल है।तेरा इश्क़, वज्र की शक्ति है, घातक है, मगर क्षम्य है।तेरा इश्क़, रात का सपना है, मृगतृष्णा है, मगर यथार्थ है।तेरा इश्क़, ईश्वर का चुंबन है, अदृश्य है, मगर...
View Articleक्या अब ज़िन्दगी कुलबुलाने लगी है?
इश्क़ की कलियाँ खिलने लगी हैं ख़्वाबों की अखियाँ भरने लगी हैं कोई मुझको भी तो बतलाओ क्या अब ज़िन्दगी संवरने लगी है?हसरत के तारे जगमगाने लगे हैं उमंगों को रौशन सजाने लगे हैं कोई मुझको भी तो बतलाओ क्या अब...
View Articleसमझा दिया
देखता हूँ, जब मैं, नज़रों में तेरीदिखता है, उन में, अनुभव सदाथामता हूँ, जब मैं, हाथों को तेरे जान पाता, हूँ तब, ताक़त है क्याछूता हूँ, जब मैं तेरी, कोमल त्वचाबोध होता, है मुझे, सुभीता है क्या सुनता हूँ...
View Articleआशिक़ बड़े महान
शादी एक संग कीजिये,दूजी संग कर के प्यार तीजी जो मिल जाए तो,फिर नहीं चूकना यार......फिर नहीं चूकना यार,चौथी ढूंढ कर रखना मय भी देती नहीं मज़ा,जब तीखा ना हो चखना......जब तीखा ना हो चखना,भैया दिल को तुरत...
View Articleऊपर टिकट कट जायेगा
पास आरई होली अब, बचकर तू कहाँ जायेगारंग जो तुझ पर लगाया, बोल क्या चिल्लाएगा?घर तेरे आए हैं मेहमां, खातिर क्या करवाएगा सूखता है गला, ऐ दोस्त बता क्या पिलवाएगा?होली पर पव्वा पिला, तू जाने जां बन जायेगा...
View Articleतू ही रहे साथ मेरे
आह! दुनिया नहीं चाहती मैं, मैं बनकर रहूँवो जो चाहती है, कहती हैं, बन चुपचाप रहूँ होठ भींच, रह ख़ामोश, ख़ुद से अनजान रहूँरहकर लाचार यूँ ही, मैं ख़ुद से पशेमान रहूँ बनकर तमाशबीन मैं क्यों, ये असबाब सहूँ?...
View Articleएक कहानी
सुनो सुनो - एक कहानीसच्ची सी थोड़ी, अच्छी सी एक ठगने वाले लुच्चे कीसुनो सुनो - एक कहानीहिन्द नाम के गोले परहै एक अदभुत जंगलजंगल के थोड़े से प्राणीभैया हैं बहुत ही मेंटल गत वर्ष वो पगलेट हुए चुनकर लाये...
View Articleवो दुर्गा बनती रही
उसको ज़मी पर रौंदतावहशीपन जब रगों में कौंधता करती रही कोशिशें सभीरोती बिलखती सिसकती तभीवस्त्र कर उसके तार तार अस्मिता पर करता रहा वो प्रहार लड़-लड़ चलाये हाथ और लात भिड़ती गई कुछ तो हो एहसास चीखता रहा वो...
View Articleबातों बातों में
बातों बातों में ही सहीबात तो कहता है'निर्जन'फ़क़त दिल केहालात कहता हैनहीं मुमकिन नज़र सेखूं ज़रा सा बह जाएये तो शब्दों मेंबयां-ए-जज़्बात कहता हैयूँ ही लग जाती है कभीदिल की लगी दिल कोये ख़ामोश बंद होठों सेबस...
View Articleयही तुम हो...यही मैं हूँ
इस जीवन में कुछ बातें हैं में जिन्हें बयां नहीं कर सकता इस जीवन में कुछ रेज़गी* हैं क्योंकि, सब समान नहीं रहता इस जीवन में कुछ सपने हैं!और लोग जो उन्हें जीते हैं इस जीवन में कुछ अपने हैं!और लोग जो...
View Articleमोहब्बत हो ही गई है
जादू-अदा बा-ख़ुदा ख़ूब उसकी बाग़-ए-इरम ज़िन्दगी होने लगी है ऐतबार-ए-इश्क़ ऐसा है उसका आलम-ए-दीवानगी होने लगी है नज़राना-ए-शोख़ी नज़र ख़ूब उसकी अज़ीज़-ए-दिल उल्फ़त होने लगी है गुल-ए-विसाल मासूमियत उसकी...
View Articleएक शब्द
सनक और जूनून वासना और प्यारअभीप्सा और देखभालतुम्हारी ग़ैरहाज़िरी खल रही है तुम्हारे बारे में सोच रहा हूँ और सब से बहुत ही ज़्यादाहर एक तर्क से परे है यह सारी सोच ये प्यार जो जलता है आग से भी ज्यादा...
View Articleसुना है
सुना है कि बारिशों जैसी हो कुछ कहो बरसती कैसी हो मैंने यह सुना है दुनिया से सावन की बूंदों जैसी हो सुना है कि गुलाब जैसी हो कुछ कहो ज़रा तुम कैसी हो मैंने यह सुना है दुनिया से शायर के ख़्वाबों जैसी हो...
View Articleअसली स्वतंत्रता दिवस
आज स्वतंत्रता दिवस है, पर,दिल यह कहने को विवश है,क्या यहाँ है सच्ची स्वतंत्रता?हर पथ पर है बस परतंत्रता...जन गण मन अधिनायक जय,शायद यह है भी, या नहीं है?परन्तु क्या ७० वर्षों बाद भी,अपने देश की जय है?...
View ArticleArticle 0
दिल-ए-नादां देखता जा, ज़रा रुक तो सही अभी इश्क़ होगा आबाद, ज़रा रुक तो सही मजनू, महिवाल, फरहाद, सारे मरीज़-ए-इश्क़आज होंगे सब कामयाब, ज़रा रुक तो सही सजेगी डोली, महफ़िल-ए-हुस्न कद्रदां होंगे ले देख, वो आई...
View Articleखुजली खांसी देश का दुश्मन
खुजली खांसी है, देश का दुश्मनहाय! हाय!अपने देश का दुश्मनहाय! हाय! खुजली खांसी है, देश का दुश्मनहाय! हाय!अपने देश का दुश्मनहाय! हाय! पी.एम्. और जनता - राज़ीफिर भी ना माने - पाजीपी.एम्. और जनता - राज़ीफिर...
View Article