दोस्ती में मोहब्बत
तेरी दोस्ती गरचे सच नहीं होती मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई होती कुछ अपने पशेमान हो गए होतेजो बात ज़बां से निकल गई होती ग़द्दारों ने सही किया दूर रहे मुझसे पास होते तो जान उनकी गई होती 'निर्जन'तुझे भी कमज़र्फ़...
View Articleदोस्ती - दोस्ती ही रहती है
दोस्ती...ज़िन्दगी का इम्तिहान हैधैर्य रुपी गरिमा महान है सच्चे दिलों का ईमान हैधर्म का अद्भुत ज्ञान हैएक साथ मिल हँसना हैएक साथ मिल रोना है उस प्रेम की तरह होती हैजो कभी बूढ़ा नहीं होता है गर्म और सुखद...
View Articleलम्हे इंतज़ार के
ऐ मेरे चंदा - शुभ-रात्री, आज रात मेरे लिए कोई प्रेम भरा गीत गाओ। काली सियाह रात का पर्दा गिर चुका है और तुम्हारी शीतल सफ़ेद चांदनी कोमल रुई की तरह चारों तरफ बरसने लगी है। क्या मैं झूठ बोल रहा हूँ ? दिल...
View Articleमुलाक़ात
राज की मुलाक़ात आराधना से कन्याकुमारी जाते वक़्त पांच साल पहले बस में हुई थी और उसने बताया था कि वो अपने जीवन की उलझनों से भाग रही है। राज द्वारा क्यों? पूछने पर उसने जवाब दिया, "उसे मालूम नहीं क्यों -...
View Articleस्वर्गीय चाचा कलाम को शत-शत नमन और हृदयतल से श्रद्धांजलि
अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम जन्म : १५ अक्टूबर १९३१ - २७ जुलाई २०१५स्थान : रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारतइन्हें डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम के नाम से जाना जाता है।भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित...
View Articleगुलाबो भैंस भाई सा
फूल वाली भैंस भाई सा, देखी हमने ख़ाससब पर करूँगी राज मैं, इत्तूसी है बस आसइत्तूसी है बस आस, बात-बात में रमभाएकुंठा इनकी देख, दुनिया यह त्रस्त हो जाएकलयुग के बाज़ार में, दिखा विचित्र सा भेससजा ग़ुलाब कान...
View Articleमेरा सपना
"ऐ राज...! सुनो ना...यहाँ आओ..."आराधना ने धीरे से पुकारते हुए कहा, "मैं तुम्हे अपने सपने के बारे में कुछ बताना चाहती हूँ।"राज बिस्तर पर पास आकर लेट जाता है और कहता है, "लो जी आ गया, बोलो क्या बताना...
View Articleपश्चाताप के आंसू
नीशू अभी-अभी बाहर से आवारागर्दी करके वापस लौटा था और घर के दरवाज़े से अन्दर दाख़िल हो ही रहा था कि उसे अपनी छोटी बहन रेवती के सुबक-सुबक कर रोने की आवाज़ आई। बहन को रोता सुन दौड़ा-दौड़ा कमरे में आया और पुछा,...
View Articleलघुकथा: बैसाखियाँ
किसका समय कब बदल जाए किसको को कुछ मालूम नहीं होता। आज गोविन्द असहाय है और अपनी लाचारी पर अक्सर मलाल करता है। कल तक जो हवा में उड़ा फिरता था आज ज़मीन पर रेंगने लायक भी नहीं रहा। एक हादसा उसकी दोनों टाँगे...
View Articleराहगीर हूँ मैं
मेरी ताबीर-ए-हुस्न तेरा दिल-ए-दिल-गीर हूँ मैं तेरे मचलते ख़्वाबों की इबारत-ए-ताबीर हूँ मैं कल तलक थे बुझे ख़द-ओ-ख़ाल-ए-हयात मेरेआज रौशन-रू तेरे इश्क़ की एक तस्वीर हूँ मैं दिल-ओ-जिस्म-ओ-जाँ से तेरा हूँ तू...
View Articleआशारों पे जवानी आई
इंतज़ार जिसका था एक ऊम्र से यारों मुझको नासाज़ तबियत का सुन दौड़ी वो दीवानी आई रोज़ गुजरतीं थीं शामें मदहोश उसके पहलु मेंसाथ उसके सुकून और ख़ुशी की कहानी आई जुम्बिश नहीं थीं जिन काफ़िर नसों में अब तक देख...
View Articleभारत स्वतंत्र हो गया है
लो फ़िर से आया कहने को स्वतंत्रता दिवस पर मैं हूँ अड़ियल इसे ना मानने को विवश क्या सच में अपना देश हो गया आज़ाद है?फ़िर क्यों खत्म नहीं होता सेक्युलरवाद हैकल पकिस्तान, बांग्लादेश काटा था आज तेलंगाना है...
View Articleबस यही दुआ
दिल ने दिल को दी आवाज़ जीवन का कर नया आग़ाज़ प्यार का है यह बंधन ख़ासबहन-भाई हैं आज सरताज सूनी कलाई पे बाँधा है प्यारममता जिसमें है भरी अपार लाख़ जनम दूं तुझ पर वार कम है जितना करूँ दुलार बहना मेरी, तू है...
View Articleसंवर जाता है
उसकी बातों से दिल बेक़रार हो जाता है जब नहीं हों बातें दिल बेज़ार हो जाता है उससे मिलने को जीया ये मचल जाता है उसकी यादों में दूर कहीं निकल जाता है जब इंतिहा में सदाक़त-शिद्दत दोनों होंउस तपिश से पत्थर भी...
View Articleप्यार और सासें
वो कभी भी दिल से दूर नहीं रहा, ज़रा भी नहीं। बमुश्किल ही कोई ऐसा दिन बीता होगा जब उसकी याद में खोई ना रही हो। झुंझलाहट, बड़बड़ाना, अपने से बतियाना, अपनी ही बात पर ख़ुद से तर्क-वितर्क करना, अपने विचारों और...
View Articleगुलबन कर गया
रौशन चरागों को मेरा नसीब कर गया ख़ुदा शायद मुझे ख़ुशनसीब कर गया मंज़िलों के रास्ते मेरे आसान कर गयाहर एक मरासिम वो मेरे नाम कर गया ज़र्रा-ज़र्रा महक उठा जिसकी ख़ुशबू सेहै कौन जो शामों को सरनाम कर गया बहक रहा...
View Articleतेरा इश्क़
तेरा आना ख़ुदा की रहमत है तेरी बातें ज़िन्दगी की नेमत है तेरा होना हर लम्हा त्यौहार हैतेरी मुस्कान जो मिलनसार है तेरे क़दमों से घरोंदा पाक हैतेरी कमी से जीवन ख़ाक है तेरा नखरा तो बजता साज़ है तेरे दिल की...
View Articleज़रा अंजाम होने दो
अभी तारे नहीं चमकेजवां ये शाम होने दो लबों से जाम हटा लूँगाबहक कर नाम होने दो मुझे आबाद करने कीवजह तुम ढूंढती क्यों हो?मैं बर्बाद ही बेहतर हूँनाम ये बेनाम रहने दो अभी मानी नहीं है हारमुझे अंगार पे चलने...
View Articleशायद वो सोचती है
शायद वो सोचती है मेरे हालात सुधर गए अब क्या बताएं उसकोहम अंधेरों से घिर गए ऐसी भी नहीं है बात कि हौंसले अपने बिखर गए वक़्त को मुताज़ाद देखहम ख़ामोश कर गए जब दिल में थे जज़्बाततब अलफ़ाज़ नहीं थेआज लफ्ज़ बेक़रार...
View Articleदारूबाज़ों की रीयूनियन
यादगार एक शाम रही, बिछड़े यारों के नाम करत-करत मज़ाक ही, हो गया सबका काम हो गया सबका काम, पीने मयखाने पहुंचेबाउंसर कि बातें सुन, 'निर्जन'हम चौंके कहें सैंडल नहीं अलाउड, नो एंट्री है अन्दर सोचा मन ही में...
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