नज़र उसकी
अदा उसकीअना उसकीअल उसकीआब उसकीआंच उसकीरह गया फ़कतअत्फ़ बाक़ी 'निर्जन'बस वो तेरा, फिर तेरीजान उसकीचाह उसकीवफ़ा उसकीक़ल्ब उसकीग़ज़ल उसकीजो कुछ बाक़ीरहा हमदमगोया मुस्कुरातेकर देगानज़र उसकीनज़र उसकी ...*अदा :...
View Articleबना करते हैं
तेरी ज़ुल्फ़ के साए में जब आशार बना करते हैंबाखुदा अब्र बरस जाने के आसार बना करते हैंतेरे आगोश में रहकर जब दीवाने बना करते हैंअदीबों की सोहबत में अफ़साने बना करते हैंतेरी नेकी की गौ़र से जब गुलिस्तां बना...
View Articleदिल का पैगाम
उनकी आमद से हसरतों को, मिले नए आयामसोच रहा हूँ उनको भेजूं मैं, कैसे दिल का पैगाम दिल दरिया है, रूप कमल है, सोच है आह्लमहंसी ख़ियाबां, नज़र निगाहबां, ऐसी हैं ख़ानमख़ुदाई इबादत, इश्क़ की बरकत, जैसे हो...
View Articleदेखे होंगे
मेरी तरह उसने भी तो रातों मेंचाँद से लिपटते तारे देखे होंगेचांदनी के आगोश में सिमटतेवो मदहोश नज़ारे देखे होंगेरात के आसमान में धीरे सेखिसकते बादल देखे होंगेछत की मुंडेर को थामे वोरातों में मुझे ढूँढ़ते...
View Articleक्या कहूँ
अमा अब क्या कहूँ तुझे हमदमनूर-ए-जन्नत, दिल की धड़कन जान-ए-अज़ीज़, शमा-ए-महफ़िल गुल-ए-गुलिस्तां, लुगात-ए-इश्क़हर दिल फ़रीद, दीवान-ए-ज़ीस्तअलफ़ाज़ होते नहीं मुकम्मल मेरे पुर-सुकून शक्सियत तेरी जैसे महकती...
View Articleरात के आगोश में
रात के आगोश में...छा रहीं मदहोशियाँधीमी सरसराहटेंकर रहीं सरगोशियाँख़ामोशी की ज़बांकहती है कहकशांतेरी वो गुस्ताखियाँजाज़िब बदमाशियाँरात के आगोश में...बातें बस यूँ ही बनींउसने जो कुछ कहीउन बंद होटों से...
View Articleतुम्हारे लिए
मेरी कविता, मेरे अलफ़ाज़मेरी उम्मीद, मेरे उन्मादमेरी कहानी, मेरे जज़्बात मेरी नींद, मेरे ख्व़ाबमेरा संगीत, मेरे साज़मेरी बातें, मेरे लम्हातमेरा जीवन, मेरे एहसासमेरा जूनून, मेरा विश्वाससब तुम्हारे लिए ही तो...
View Articleगुलपोश
गुलपोश चेहरे पर उसकेगुलाबी हंसी गुलज़ार हैमंद मुस्कान होठों की उस रुखसार में शुमार हैअदा उसके इतराने कीदिल में वाबस्ता रहती हैं सोच कर क्या मैं लिख दूंहसरतें मेरी जो कहती हैं उन्स की खुशबू ओढ़ करफ़ना हो...
View Articleतू क्या जाने
तू क्या जाने इस दिल मेंतेरी बेक़रारियां हैं क्यातू क्या जाने इस दिल मेंतेरी दुश्वारियां हैं क्यातू क्या जाने इस दिल मेंतेरी खुमारियां हैं क्यातू क्या जाने इस दिल मेंतेरी जिम्मेदारियां हैं क्यातू क्या...
View Articleसनम
इज़हार-ए-इश्क़ का आया मौसमअरमां मचलते इस दिल में सनममहफूज़ मुद्दत से रखा हमने इन्हेंआज क्यों ना कह दें तुमसे सनममालूम है फ़र्क पड़ता नहीं तुमकोहम जियें या मर जाएँ ऐसे ही सनमहसरत दिल की दिल में ना रह जायेयही...
View Articleदेखे दुनिया
ज़िन्दगी में मुश्किलों से होगा परिचयमुसीबतों के गुलों से होगा सामनाऐसे में जीवन को कोसने से क्या लाभक्षण ऐसे व्यर्थ ना ज़ाया कर 'निर्जन'ले शपथ कर सामना देखे दुनियाज़िन्दगी में हर मोड़ हर पल हर पहरछूटेगा...
View Articleतू साथ दे तो
तू कहती हैं तेरे लिए ये ग़ज़ल लिख दूंतू साथ दें तो शब्दों का कँवल लिख दूंगालों की सुर्खी से तेरी किरण लिख दूंतू साथ दें तो आसमां पर सनम लिख दूंआँखों के काजल से तेरे ये रात लिख दूंतू साथ दें तो सितारे भी...
View ArticleArticle 1
तेरे अंदाज़-ए-अदब बातों में पढ़ता है 'निर्जन'और यह जो पढ़ता है कोई और ना पढ़ता होगा
View ArticleArticle 0
'कुछ नहीं'कहते सुनते बात कुछ तो बन जाएगीबन कर जो बनेगी 'निर्जन'कुछ तो कहलाएगी
View Articleमैं पगला लगता हूँ
सजदे में तेरे झुकता हूँकलमा मैं तेरा पढ़ता हूँराहों में तेरी फिरता हूँज़िक्र मैं तेरा करता हूँयादों में तेरी बसता हूँअरमां मैं तेरा रखता हूँनाम तेरा सदा जपता हूँक़ौल मैं तेरा करता हूँख्वाबों में तेरे...
View Articleरात बाक़ी है अभी
रात बाक़ी है अभीबात बाक़ी है अभीख़ामोशी में तेरी सनमफ़रियाद बाक़ी है अभीतेरी साँसों की गर्मी मेंआग बाक़ी है अभीफुसफुसाती आवाज़ मेंजज़्बात बाक़ी है अभीअलसाई इन आँखों मेंख्व़ाब बाक़ी है अभीहोठों की मुस्कान मेंराज़...
View Articleएक दिन
"उठो न अभी भी सोये हो क्या ?" - फ़ोन पर उस मीठी सी आवाज़ ने राज के कानो में मिश्री घोल दी |"हम्म ! आज तो इतवार है, छुट्टी का दिन है, प्लीज़ आज इतनी जल्दी नहीं | तुम उठ गईं क्या ?" - राज ने अपनी अलसाई आवाज़...
View Articleकुछ लोग दिखावा करते हैं
कुछ लोग दिखावा करते हैंवो झूठी तारीफों पर मरते हैंखुद से आसक्त यूँ रहते हैंखुद मिट्ठू मिट्ठू भी कहते हैंसच जब सामने आ जाता हैतब कन्नी काट निकलते हैंसच से वो बचना चाहते हैंसच्चाई से कतरा जाते हैंआईना...
View Articleआराधना - माँ का ऑपरेशन
"ओ हो माँ ! रुको तो सही, मैं आ रही हूँ ना | ऐसी भी क्या जल्दी है ?""बेटी जल्दी नहीं है तेरे पापा के खाने का समय हो रहा है इसलिए खाना तैयार करना है | रात को उनकी दवा का समय हो जायेगा | अच्छा बता तू क्या...
View Articleआराधना - अंडे और दुविधा
“सुनो ना – कुछ तो बोलो ! आज तुम बात शुरू करो ना मैं ज्वाइन करती हूँ फिर | तुम कोई टॉपिक तो सेलेक्ट करो ना, प्लीज...” एक अबोध बालिका की तरह उसने राज से धीमे से फ़ोन पर यह कहा और बड़ी ही सरलता से उसके...
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